धातु रोग विशेषज्ञ देवरिया (Erectile Dysfunction Treatment)
पुरूषों के गुप्त रोग और गलत आदतों की शुरुआत युवा अथवा बाल्यावस्था की भूल से हो जाती है, उसके फलस्वरूप वे गुप्त रोगों से ग्रस्त हो जातें हैं, उसी में से एक हैं धात रोग, पुरुषो में समभोग के समय चरम के उपरान्त ही वीर्य पात , संभोग, यौन उत्तेजना के बिना वीर्यपात धातु रोग कहलाता है. अनैच्छिक रूप से वीर्य निकलना यह आजकल पुरुषों की एक आम यौन समस्या हो गयी है. धातु रोग में कुछ मामलों में कब्ज होने पर मल त्याग के समय मूत्र के साथ वीर्य निकलने लगता है |
धातु रोग के मुख्य कारण क्या हैं?
अत्यधिक स्त्री सहवास, हस्तमैथुन तथा अनियमित जीवनशैली के कारण खान-पान के दूषित होने से यह रोग हो जाया करता है। दिनभर बैठे रहने या अधिक सोते रहने से, शक्ति एवं सामथ्र्य से अधिक परिश्रम, मिर्च खटाई एवं तीखी वस्तुओं का अधिक सेवन, पाचन शक्ति की दुर्बलता, सिगरेट, तम्बाकू, चरस, भाँग, गांजा, माँस आदि तथा ऐसे तामसिक भोज्य पदार्थ जो वात और पित्त को बढ़ाने वाले हों, उनको प्रयोग में लाने से धातु रोग हो जाता है।
रोगी के गंदे विचार, उत्तेजक वस्तुओं का खानपान, वीर्य में गर्मी की अधिकता, वीर्य का पतलापन, वीर्य की अधिकता, वीर्य की थैलियों में ऐंठन, हस्तमैथुन, गुदामैथुन, मैथुन की अधिकता, विभिन्न स्त्रियों से सेक्स करना, अधिक साइकिल चलाना, स्वप्नदोष की अधिकता, पेट में कीड़े, लंबे समय तक सेक्स न करना, वृक्कों की कमजोरी, कब्ज़, बवासीर, पथरी, फंगस संक्रमण धातु रोग के कारण होते हैं।
धातु रोग के लक्षण क्या हैं?
- खाना सही से न पाचन
- वीर्य का अनिक्षा से निकलना
- मूत्र मार्ग से चिपचिपा पदार्थ का निकलना
- भोजन में अरूचि
- नींद की कमी
- शरीर में आलस्य का बना रहना
- मूत्र मार्ग में दर्द
- किसी कार्य में मन ना लगना
धातु रोग को कैसे पहचाने ?
वात-पित्त और कफ से दूषित होने पर , गाढ़े, सफेद, लेसदार मूत्र मार्ग या गुदा मार्ग से मलमूत्र के साथ वीर्य का निकलना धात रोग की पहचान है |
धातु रोग का स्वास्थ्य पर क्या असर पड़ता है?
धातु रोग में लिंग की नसों में कमजोरी बन जाने से तथा वीर्य पतला हो जाने से, पेशाब के साथ वीर्य घुलकर आने लगता है जो दिखाई भी नहीं देता, लेकिन कमजोरी इतनी बढ़ जाती है कि चलते-फिरते चक्कर आने एवं सांस फूलने की शिकायत भी बन जाती है। मुंह में खुश्की सी आती रहती है, कामकाज में थकावट जल्दी हो जाती है, शरीर का वजन घटने लगता है, टांगों, पिंडलियों व कमर में दर्द रहने लगता है तथा चेहरे की रौनक व सुन्दरता समाप्त हो जाती है।
धातु रोग के रोगी को शीघ्रपतन होना भी स्वाभाविक है। रोगी दुर्बल, सुस्त एवं साहसहीन हो जाता है। उसे स्नायुविक एवं मानसिक दुर्बलता भी हो जाती है, रोगी की आंखों के नीचे काले-काले खड्ढे पढ़ जाया करते हैं, मर्दाना शक्ति घट जाती है। नपुंसकता हो सकती है |
धातु रोग का इलाज कैसे किया जाता है?
अपनी शारीरिक व मर्दाना शक्ति तन्दरूस्ती को कमजोर बनाने वाली इस दुखदायी बीमारी से छुटकारा पाने के लिए सही सटीक इलाज लें, ताकि इस समस्या से निजात पा सके, आयुर्वेद में इस समस्या से प्रमाणिक उपचार हैं, सर्वप्रथम जाच करवाए और उपचार ले नजदीकी सेक्सोलोजिस्ट से मिले
धातु रोग के लिए जे क्लिनिक देवरिया क्यों ?
जे एन क्लिनिक देवरिया में पुरुष यौन समस्याओं के प्राकृतिक उपचार करने में व्यापक विशेषज्ञता के साथ अनुभवी विशेषज्ञ हैं। हम मरीजों को विशुद्ध रूप से आयुर्वेदिक दवाएं उपलब्ध कराते रहे हैं जो अपनी यौन समस्याओं के लिए स्थायी उपचार की तलाश करते हैं। हमारे द्वारा दी जाने वाली दवाएं शुद्ध रूप से प्राकृतिक, हर्बल, टॉक्सिक-फ्री हैं जिनका शरीर पर किसी भी प्रकार का दुष्प्रभाव नहीं हैं। आज, हम पूरी तरह से हर्बल उपचार प्रदान करके अपने समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में अधिक से अधिक रोगियों की मदद कर रहे हैं। हम पूरी तरह से काम और दवाओं की गुणवत्ता के लिए प्रतिबद्ध हैं। हम आपकी समस्या के उपचार के लिए पूर्ण हर्बल कोर्स प्रदान करते हैं। हमारी हर्बल दवाएं चिकित्सीय प्रभावकारिता और गुणवत्ता के लिए जानी जाती हैं। उपचार हेतु संपर्क करे +91-8860455545/ 6391414162